Sugar क्यों और कितने प्रकार के होती हैं और इनका इलाज

स्वास्थ्य के मामले में आजकल डायबिटीज (Diabetes) एक बहुत ही आम बीमारी हो गई है। यह बीमारी आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करके, आपकी स्वास्थ्य स्थिति को प्रभावित करती है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपके शरीर में रक्त शर्करा (ग्लूकोज) का स्तर बढ़ जाता है और आपका पचन तंत्र सम्पूर्ण रूप से इसे सामान्य रूप से संचालित करने में असमर्थ हो जाता है। यह बीमारी गंभीर हो सकती है और असावधानी से नजदीकी नजरअंदाज करने पर लाइफ-स्थ्राइल और स्वास्थ्य के अन्य समस्याओं का कारण बन सकती है।

डायबिटीज के प्रकार:

  1. प्राथमिक डायबिटीज (Type 1 Diabetes): यह डायबिटीज का प्रकार अधिकांश बच्चों और युवाओं में पाया जाता है। इसमें शरीर में इंसुलिन का उत्पादन संपूर्ण रूप से बंद हो जाता है।
  2. सेकंडरी डायबिटीज (Type 2 Diabetes): यह डायबिटीज का सबसे आम प्रकार है और अधिकांश वयस्क लोगों में पाया जाता है। इसमें शरीर में इंसुलिन उत्पादन कम होता है या शरीर के कोशिकाओं में इंसुलिन के प्रतिरोधक के संकेत प्रदान करने वाली वस्त्रीय प्रणाली में त्रुटि होती है।

डायबिटीज के लक्षण:
डायबिटीज के लक्षण व्यक्ति के शरीर के प्रकार और उसकी स्थिति पर निर्भर करते हैं। कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. अचानक वजन कमी या वजन बढ़ना
  2. बहुत ज्यादा प्यास और भूख
  3. बार-बार मूत्र पेशी खुलना और पेशाब में अक्सर बार-बार जाना
  4. थकान, कमजोरी और निर्भरता महसूस करना
  5. गायब हो जाने के कारण असामान्य तार और चोटों की देरी में भरी हुई चोटों का बढ़ता हुआ संकेत
  6. खुद को बेहोश महसूस करना या ब्लर देखना
  7. संक्रमित घावों के पीले रंग का चरमरा, खुजली या त्वचा की समस्याएँ

डायबिटीज के प्रबंधन में कुछ सावधानियाँ और उपाय:

  1. स्वस्थ आहार: एक स्वस्थ और नियमित आहार डायबिटीज के प्रबंधन में महत्वपूर्ण होता है। सकारात्मक प्रभाव वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे कि पूरे अनाज, हरी सब्जियां, फल, फाइबर युक्त अनाज, दूध और दही। मीठे और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से परहेज करें और ज्यादा कैलोरी वाले भोजन से बचें।

  1. नियमित व्यायाम: व्यायाम करना डायबिटीज के प्रबंधन में महत्वपूर्ण है। योग, ध्यान, ट्रेडमिल, रोज चलना या कोई भी शारीरिक गतिविधि जैसे व्यायाम आपके शरीर के रक्त शर्करा स्तर को संतुलित रखने में मदद कर सकती है। दिन में कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करने का प्रयास करें।
  2. वजन को नियंत्रित रखें: अगर आपका वजन अधिक है, तो उसे कम करने का प्रयास करें। वजन कम करने से शरीर की इंसुलिन प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है और रक्त शर्करा स्तर को संतुलित रखने में मदद मिलती है।
  3. नियमित चिकित्सा जांच: नियमित चिकित्सा जांच अपनाएं और अपने चिकित्सक की सलाह पर चलें। अपने रक्त शर्करा स्तर की निगरानी करें और डायबिटीज के लक्षणों का पता लगाएं।

  1. स्ट्रेस को कम करें: अधिक तनाव और स्ट्रेस डायबिटीज को बढ़ा सकते हैं। ध्यान और मेडिटेशन करने का प्रयास करें, समय पर आराम लें और स्वस्थ संबंधों और हॉबियों को बढ़ावा दें।
  2. नियमित नींद: पर्याप्त और नियमित नींद लेना डायबिटीज के प्रबंधन में मददगार हो सकता है। नींद की कमी शरीर के रक्त शर्करा स्तर को बढ़ा सकती है और स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
  3. नियमित रूप से डायबिटीज की दवाएं लें: अपने चिकित्सक की सलाह और निर्देशों के अनुसार नियमित रूप से अपनी डायबिटीज की दवाएं लें। इससे आपके रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी।
  4. विषाद को दूर रखें: डायबिटीज वाले लोगों को खुद को संजोने के लिए संगठन और समर्थन की तलाश करनी चाहिए। सपोर्ट ग्रुप या काउंसलिंग सेशन में भाग लेना उन्हें मानसिक स्थिति को संतुलित करने में मदद कर सकता है।

डायबिटीज से संघर्ष करना कठिन हो सकता है, लेकिन उचित प्रबंधन, स्वस्थ जीवनशैली और चिकित्सा देखभाल के माध्यम से आप अपने स्वास्थ्य को संतुलित रख सकते हैं। यदि आप डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो अपने चिकित्सक की सलाह पर चलें और उपरोक्त सुझावों का पालन करें। एक स्वस्थ और सुखी जीवन जीने के लिए आपकी स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।

Leave a Comment